
उमाकांत मालवीय युवा बाल साहित्य सम्मान-2021 से सम्मानित होंगे ललित राठौर ‘शौर्य’
पिथौरागढ़, जनपद के युवा बाल साहित्यकार ललित राठौर ‘शौर्य’ ने राज्य को गौरवान्वित किया है। शौर्य को उनकी बाल साहित्य सेवा हेतु वर्ष 2021 का ‘उमाकांत मालवीय युवा बाल साहित्य सम्मान’ प्रदान किया गया है। यह सम्मान प्रत्येक वर्ष उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा युवा बाल साहित्यकार को प्रदान किया जाता है। पुरस्कार के रूप में 51000/ रू. की धनराशि, अंगवस्त्र व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है।
ज्ञातव्य हो कि समकालीन हिंदी बाल साहित्य में जो नाम अत्यंत प्रभावी स्तर पर दस्तक दे रहे है, उनमें इंजी. ललित शौर्य अत्यंत उल्लेखनीय हैं। शौर्य की अनेक कहानियाँ विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रही हैं और लोकप्रियता हासिल करती रही हैं। इसमें बाल भारती, चम्पक, नंदन, देवपुत्र, साहित्य अमृत, बाल किलकारी, बालवाणी, बालभूमि, बाल भास्कर, बच्चों का देश, बाल प्रहरी, बच्चों की प्यारी बगिया, उजाला, हंसती दुनिया, वात्सल्य, बाल प्रभात, उदय सर्वोदय, आजकल, हरदौल वाणी, पर्वत पीयूष, प्रमुख हैं। इसके अतिरिक्त प्रमुख समाचार पत्रों दैनिक जागरण, नई दुनिया, अमर उजाला, सहारा समय, हिंदुस्तान दैनिक भास्कर, राजस्थान पत्रिका, प्रभात खबर आदि में भी नियमित रूप से उनके लेख, लघु कथाएं, व्यंग्य, बाल कहानियां प्रकाशित होती रहती हैं।
उनका बाल कहानी संग्रह ‘दादाजी की चौपाल’ एवं कोरोनाकाल में लिखा गया देश का पहला बाल कहानी संग्रह ‘कोरोना वॉरियर्स’ पर्याप्त चर्चित रहा। इसके अतिरिक्त उनके द मैजिकल ग्लब्ज, फॉरेस्ट वॉरियर्स, जल की पुकार, स्वच्छता के सिपाही बाल कहानी संग्रह भी प्रकाशित हो चुके हैं। इंजी ललित शौर्य पूर्ण रूप से बाल साहित्य को समर्पित हैं। उन्होंने ‘बच्चों को मोबाईल नहीं, पुस्तक दो’ अभियान चलाया है। जिसके माध्यम से अब तक शौर्य विभिन्न माध्यमों से दस हजार बच्चों तक बाल साहित्य वितरित कर चुके हैं।
इससे पूर्व भी बाल साहित्य के प्रति उनकी रचना धर्मिता को समय-समय पर विभिन्न साहित्यिक संगठनों ने सम्मानित किया है। इनमें माध्यम साहित्यिक संस्थान लखनऊ द्वारा ‘सारस्वत सम्मान’, राष्ट्रीय हिंदी परिषद मेरठ द्वारा ‘हिंदी भूषण सम्मान’, माँ सेवा संस्थान लखनऊ द्वारा ‘ध्रुव सम्मान’, स्वदेशी जागरण मंच उत्तराखंड द्वरा ‘हिंदी सेवा रत्न सम्मान’, बाल प्रहरी द्वारा ‘साहित्य सृजन सम्मान’, राजाराममोहन सेवा आश्रम एवं पर्यावरण सोसायटी द्वारा ‘पर्यावरण मार्तण्ड’ प्रमुख हैं।