
जीआईसी नाई में कल से प्रारंभ होगी दो दिवसीय जल संरक्षण कार्यशाला

अल्मोड़ा, उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (USERC), देहरादून के तत्वावधान में रा० इ० का नाई (ताकुला) में दि० 21 और 22 मार्च को दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन होगा। कार्यशाला के संयोजक भूगोल प्रवक्ता रमेश सिंह रावत ने बताया कि विद्यालय के प्रधानाचार्य अनिल कुमार कठेरिया के निर्देशन में कार्यशाला की सभी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। उन्होंने बताया कि यह कार्यशाला यूसर्क, देहरादून के तत्वावधान में आयोजित हो रही है, जिसका केंद्रीय विषय ‘जल संरक्षण’ है।
पहले दिन होंगी प्रतियोगिताएँ
कार्यशाला के पहले दिन यानि 21 मार्च को जूनियर और सीनियर दो वर्गों में जनपद स्तरीय निबंध, चित्रकला, भाषण, माॅडल और सामान्य ज्ञान प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा।
दूसरे दिन आयोजित होगी संगोष्ठी व पुरस्कार वितरण
कार्यशाला के दूसरे दिन संगोष्ठी का आयोजन होगा, जिसमें प्रसिद्ध जल विज्ञानी एवं भूगोलवेत्ता प्रो. जे. एस. रावत मुख्य व्याख्यानदाता के रूप में प्रतिभागिता करेंगे। इस कार्यशाला में वे ‘जल संसाधनों के पुनर्जीवन, गुणवत्ता संरक्षण एवं प्रबंधन में विद्यार्थियों की भूमिका‘ विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे। प्रो. रावत के अलावा कार्यशाला में प्रो. भीमा मनराल, विभागाध्यक्ष शिक्षा संकाय, एस. एस. जे परिसर, अल्मोड़ा, इंजीनियर के. डी. भट्ट, जल विशेषज्ञ एवं अधिशासी अभियंता, उत्तराखंड सरकार, विनय कुमार आर्या, खंड शिक्षाधिकारी, ताकुला, डॉ. आर. डी. सरोज, प्रवक्ता भूगोल रा० इ० का० गणनाथ भी छात्राओं का मार्गदर्शन करेंगे। इस अवसर पर सभी विजेता छात्र-छात्राओं को अतिथियों द्वारा पुरस्कार प्रदान किये जायेंगे।
कार्यशाला में गणेश चंद्र शर्मा यातायात व्यवस्था की, नवल किशोर देवली भोजन व्यवस्था की, फरीद अहमद आवास व्यवस्था की, अजरा परवीन और सोनम आर्या साज-सज्जा व्यवस्था की, अंकित जोशी मूल्यांकन प्रभारी की और डॉ. पवनेश ठकुराठी मीडिया प्रभारी की जिम्मेदारियां संभाल रहे हैं। इनके अलावा दिलीप राम आर्या, भूपेंद्र सिंह नयाल, चंदन सिंह बिष्ट, कामेश कुमार, राजेंद्र सिंह बिष्ट, अर्जुन सिंह बिष्ट, नंदन सिंह नयाल आदि कार्यशाला की तैयारियों में सहयोग कर रहे हैं।
ज्ञातव्य हो कि रमेश सिंह रावत के द्वारा पूर्व में ‘कोसी पुनर्जनन कार्यशाला’ का भी सफलतम संयोजन किया जा चुका है।