
समर कैंप के चौथे दिन बच्चों ने सीखी अल्पना बनाने की बारीकियाँ
🌳 बच्चों ने समूह में तैयार की कहानी
🌳 सरल भाषा में सीखी रेखागणित
🌳 सीखी अल्पना बनाने की बारीकियाँ
अल्मोड़ा। बच्चों की पत्रिका बालप्रहरी, बालसाहित्य संस्थान अल्मोड़ा तथा भारत ज्ञान विज्ञान समिति अल्मोड़ा के संयुक्त तत्वावधान में जीजीआईसी अल्मोड़ा में समर कैंप के तहत आयोजित बाल विज्ञान मेले के चौथे दिन बालप्रहरी संपादक उदय किरौला ने बच्चों को एक कहानी सुनाई (जो वास्तव में कहानी नहीं थी)। उस कहानी को सुनकर बच्चों ने बताया कि इस कहानी में उन्हें मजा नहीं आया। कहानी में कोई शिक्षा नहीं थी। कहानी में पात्र, घटना, संवाद जैसे तत्वों का न होना बच्चों ने अपनी भाषा में बताया। उसके बाद बच्चों ने समूह में एक कहानी समूह में बनाई। कहानी बनाने से पहले उन्हें बताया गया कि कहानी में वे सब तत्व होने चाहिए जो कि उदय किरौला की कहानी में नहीं थे। इस पर सारे बच्चों ने समूह में एक कहानी तैयार की। उसके बाद बच्चों को अधूरी कहानी पूरी करने की गतिविधि कराई गई।
भारत ज्ञान विज्ञान समिति के प्रांतीय कोषाध्यक्ष प्रमोद तिवारी ने आज बच्चों को मास्क तैयार करने की विधा बताई। एक बच्चे का मास्क भी तैयार किया गया। बच्चों ने अपनी हस्तलिखित पुस्तक के लिए मुखपृष्ठ, लेखक की ओर से तथा कार्यशाला की रिपोर्ट लिखी। औरैगैमी के तहत उदय किरौला ने अखबार के मोड़ से सरल भाषा में रेखागणित को समझाया। बाद में बच्चों ने अखबार को मोड़ते हुए मुकुट तैयार किए।
भारत ज्ञान समिति के प्रांतीय उपाध्यक्ष प्रधानाचार्य नीरज पंत ने बाल कवि सम्मेलन के लिए बच्चों को तैयार किया। उन्होंने आज बच्चों को ‘तोता कहता है’, ‘जैसा मैं करूं’, ‘कितना बड़ा पहाड़’, ‘कितने भाई कितने’, ‘पिजा हट’ ,‘एक हाथ हिलता है’, ‘बच्चे से बच्चा तथा नृत्य करो भई नृत्य करो आदि खेल कराए। आज बच्चों ने नुक्कड़ नाटक ‘मोबाइल टन टना टन टन’ की रिहर्सल की। बच्चों के तीन समूहों ने जन कवि गिरीश तिवारी के जन गीतों की रिर्हसल की।
प्रमोद तिवारी ने पेपर मैसी के तहत बनाए खिलौने, थाली व प्लेट आदि को सजावट करने के लिए बच्चों को अल्पना विधा से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि हमारे घरों से अल्पना विधा समाप्त होते जा रही है। इसे संरक्षित करने के लिए उन्होंने बच्चों से अल्पना सीखने का आह्वान किया। धीरेंद्र कुमार पांडेय ने बगेट से बनी कलाकृति की प्रदर्शनी लगाई। उन्होंने बच्चों को रचनात्मक कार्यों में सक्रिय होने के लिए कहा। अंत में जगदीश चंद्र पाठक जी ने सभी का आभार व्यक्त किया।
समर कैंप का समापन आज समारोहपूर्वक होगा। जिसमें बच्चे अपनी हस्तलिखित पुस्तकों की प्रर्दशनी लगाएंगे। बाल कवि सम्मेलन का संचालन व अध्यक्षता बच्चे करेंगे। बाल कवि सम्मेलन में बच्चे कार्यशाला में तैयार स्वरचित कविताओं का पाठ करेंगे। नुक्कड़ नाटक ‘मोबाइल टन टनाटन टन’ बच्चों द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा। समापन समारोह में कार्यशाला के सभी प्रतिभागी बच्चों को बैज लगाकर सम्मानित करते हुए प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
कार्यशाला में दिल्ली से आए वरिष्ठ पत्रकार चारु तिवारी, कल्याण सिंह मनकोटी, चंद्रकला उप्रेती, चंद्रकला वर्मा, मीनू जोशी सहित कई अभिभावक उपस्थित थे। आज बच्चों को जलपान मैसर्स गोपाल डेयरी के गोपालसिंह सांगा के सौजन्य से कराया गया।