
समर कैंप के तीसरे दिन बच्चों ने किए विज्ञान खेल और बनाए मुखौटे
@ बच्चों ने किए विज्ञान खेल
@ बच्चों ने बनाए रद्दी अखबार से मुखौटे
@ दीवार अखबार ‘हमारी उमंग’ का लोकार्पण
@ विद्यार्थियों ने लिखे निबंध
@ चित्रकला और शब्द लेखन प्रतियोगिताओं का हुआ आयोजन
अल्मोड़ा। भारत ज्ञान विज्ञान समिति अल्मोड़ा, बच्चों की पत्रिका बालप्रहरी तथा बालसाहित्य संस्थान अल्मोड़ा के संयुक्त तत्वावधान में जीजीआईसी अल्मोड़ा में समर कैंप के तहत आयोजित बाल विज्ञान मेले में भारत ज्ञान विज्ञान समिति के प्रांतीय कोषाध्यक्ष प्रमोद तिवारी ने कहा कि हमारे घर गांव या मुहल्ले में सिद्धि या जादू के नाम पर कुछ लोग अपनी वाहवाही लूटकर भोले भाले लोगों को ठगते हैं। उन्होंने कहा कि ये न तो कोई सिद्धि होती है और न ही जादू। उन्होंने विज्ञान के कई प्रयोगों का रहस्य बच्चों को बताते हुए कहा कि इन प्रयोगों को हम अपने घर पर कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि विज्ञान के इन प्रयोगों को हमें घर पर अकेले नहीं अपितु अपने माता-पिता या घर के बड़े लोगों के सामने करना चाहिए।
बालप्रहरी संपादक तथा कार्यशाला के मुख्य संयोजक उदय किरौला ने बच्चों को रद्दी अखबार से मुखोटे व खिलौने बनाना सिखाया। बच्चों ने समूह में अपने-अपने मुखौटे, थाली, गिलास, प्लेट व लोटा आदि रद्दी अखबार से बनाए। बच्चों ने अपनी हस्तलिखित पुस्तक के लिए क्यों जरूरी है लड़कियों का पढ़ना, फास्ट फूड है बीमारी की जड़, क्या ही अच्छा होता यदि स्कूल से होमवर्क नहीं मिलता, क्यों जरूरी है हरी सब्जियां आदि विषयों पर अपना-अपना निबंध तैयार किया। इसके अलावा बच्चों ने मेरे जीवन की घटना तथा मेरी यात्रा का विवरण आदि अपनी हस्तलिखित पुस्तक के लिए तैयार की।
समर कैंप का शुभारंभ जन कवि गिरीश तिवारी ‘गिर्दा’ के जनगीत ‘उत्तराखंड मेरी मातृ भूमि’ हुड़के की थाप पर गाने के साथ हुई। प्रियांशु जोशी द्वारा संपादित दीवार अखबार ‘हमारी उमंग’ का लोकार्पण अतिथियों द्वारा किया गया। चित्रकला प्रतियोगिता में दक्ष जोशी, इशिका जोशी व खुशी जोशी तथा शब्द लेखन प्रतियोगिता में राघवेंद्र सिंह जनौटी, प्रियांशु जोशी व हर्षवर्धन सिराड़ी क्रमश: प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त किया। इन सभी बच्चों को पुरस्कार में पुस्तकें अध्यक्ष बने बच्चों द्वारा दी गई।
बच्चों ने राम रावण, आकाश पाताल, नेताजी की खोज ‘तोता कहता है’, ‘जैसा मैं करूं’, ‘कितना बड़ा पहाड़’, ‘कितने भाई कितने’, ‘पिजा हट’ ,‘एक हाथ हिलता है’, ‘बच्चे से बच्चा तथा नृत्य करो भई नृत्य करो आदि खेलों में खूब खूब मजा लिया। बच्चों ने नुक्कड़ नाटक ‘मोबाइल टन टना टन टन’ की रिहर्सल की। बाल कवि सम्मेलन के लिए आज हर्षित कुमार, ईशिका जोशी, नमन प्रसाद, दीपा रौतेला, खुशी जोशी, वाणी जोशी,भक्ति उप्रेती,दीक्षा जोशी,प्रियांशु जोशी, दक्ष मनराल, चैतन्य बिष्ट ,अल्मोड़ा, मच्छर,बाल मिठाई, मेरा स्कूल, बादल, बच्चे करते हैं नशा,चिड़िया, बालप्रहरी, कोरोना आदि विषयों पर स्वरचित कविताएं तैयार की।
इस अवसर पर वित्त नियंत्रक मोहनलाल टम्टा ने बच्चों को कुमाउनी कविता सुनाई। आज बच्चों को जलपान सेवानिवृत्त शिक्षिका श्रीमती आशा भट्ट व ललित जलाल के सौजन्य से कराया गया।