
पीवी सिंधु ने कांस्य जीतकर रचा इतिहास
5 जुलाई, 1955 को हैदराबाद में जन्मी भारतीय बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक-2020 ( Tokyo Olympic-2020) में चीन की ही बिंग जियाओ को हराकर इतिहास रच दिया। यद्यपि बिंग जियाओ को हराने के बाद उन्हें कांस्य पदक ही हासिल हुआ, तथापि भारत के ओलंपिक इतिहास की वे ऐसी पहली महिला एथलीट बन गई हैं, जिन्होंने लगातार दो ओलंपिक में मेडल जीते हैं।
पीवी सिंधु ने ही बिंग जियाओ को सीधे दो सेटों में मात देकर पदक अपने नाम किया। उन्हाेंने पहले सेट में जियाओ को 21-13 से और दूसरे सेट में 21-15 से शिकस्त दी और कांस्य पदक अपने नाम किया।
पीवी सिंधु का पूरा नाम पुसर्ला वेंकट सिंधु है। वे विश्व वरीयता प्राप्त भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। टोक्यो ओलंपिक में में कांस्य पदक जीतने के बाद वे भारत की ओर से ओलम्पिक खेलों में महिला एकल बैडमिंटन का रजत पदक व कांस्य पदक जीतने वाली पहली खिलाड़ी बन गई हैं। इस ओलंपिक से पूर्व उन्होंने रियो ओलंपिक (2016) में सिल्वर (रजत) पदक जीता था।
पीवी सिंधु भारत की राष्ट्रीय चैम्पियन भी रह चुकी हैं। सिंधु ने नवंबर, 2016 में चाइना ओपन का खिताब अपने नाम किया है। इन्हें पद्मश्री, पद्म भूषण, अर्जुन पुरस्कार आदि पुरस्कारों से भी नवाजा जा चुका है।